उत्तराखंड में जलप्रलय: बादल फटने से 100 से ज्यादा लोग लापता, 4 की मौत की पुष्टि।

गंगोत्री से 18 किमी पहले धराली में तबाही का मंजर
उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में बुधवार दोपहर को बादल फटने से भयानक जलप्रलय की स्थिति बन गई। गंगोत्री हाईवे पर मलबा, पानी और चट्टानों के तेज बहाव से कई घर बह गए और दर्जनों लोग लापता हो गए हैं।
मुख्य बिंदु:
12:40 बजे: खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ से धराली गांव के 150 से ज्यादा घरों में मलबा घुसा।
2:00 बजे: हेलंग में तेल गाड़ नाले में बादल फटने से सेना का कैंप बह गया, 11 जवान लापता।
3:00 बजे: सुखारी गांव में फिर बादल फटा, कई इमारतें ढहीं।

️ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया – मात्र 34 सेकंड में तबाही ने गांव को निगल लिया।
10 मीटर चौड़ी नदी देखते ही देखते 30 मीटर चौड़ी हो गई, मकानों की नींव उखड़ गई और लोग जान बचाकर भागते देखे गए।
प्राचीन केदार मंदिर भी चपेट में
उत्तरकाशी के 1500 साल पुराने केदार मंदिर के एक हिस्से को भी नुकसान पहुंचा है, हालांकि मुख्य संरचना सुरक्षित बताई जा रही है।
इतिहास दोहराया गया
हिमालय की दरार पर बसा यह इलाका पहले भी त्रासदियों का शिकार रहा है:
2014 – भटवाड़ी क्षेत्र में बाढ़ से 200 से अधिक लोग मारे गए
2021 – भयंकर भूस्खलन से 70 से ज्यादा मौतें
2025 – अब फिर से धराली जलप्रलय

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
NDRF, SDRF और सेना की टीम राहत कार्यों में जुटी है। अब तक मलबे से 17 लोगों को जीवित निकाला गया, लेकिन बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
सम्पर्क में रहें, सतर्क रहें
सरकार ने उत्तरकाशी, गंगोत्री और हर्षिल क्षेत्र के लिए हाई अलर्ट जारी किया है।
आजाद भारत न्यूज़ लाइव की विशेष अपील:
स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाएं। अफवाहों से बचें, केवल सरकारी सूचना पर विश्वास करें।
✍️ रिपोर्ट – आजाद भारत न्यूज़ टीम
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