October 16, 2025

नवरात्रि में श्रद्धालुओं की परीक्षा: लोकल ट्रेन बनी परेशानी का सबब, रेलवे की अव्यवस्था पर सवाल? यात्री आक्रोशित।

0
img_20250925_205255420793441915294747.jpg

छत्तीसगढ़ में रेलवे की व्यवस्थाओं पर उठे सवाल, यात्रियों ने जताई कड़ी नाराज़गी। रेलवे के मंत्री और अधिकारी सिर्फ सोशल मीडिया पर क्रेडिट लेते है। ??

बिलासपुर/डोंगरगढ़। आजाद भारत न्यूज़
नवरात्रि के अवसर पर डोंगरगढ़ से लेकर बिलासपुर तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा करते हैं। लेकिन इस पावन अवसर पर लोकल ट्रेनों की दुर्दशा ने श्रद्धालुओं की आस्था और धैर्य की कठिन परीक्षा ले ली है।

यात्रियों का कहना है कि लोकल ट्रेनें न केवल लेट चल रही हैं, बल्कि उनमें बुनियादी सुविधाओं और सुरक्षा का भी भारी अभाव है।

समय की पाबंदी पूरी तरह नदारद

2:30 बजे दुर्ग से रवाना हुई लोकल ट्रेन बिलासपुर पहुँचने में 2 से 4  घंटे से अधिक समय ले रही है।

यात्रियों का कहना है कि रेलवे बार-बार ट्रेन को छोटे-छोटे स्टेशनों के बाहर खड़ा कर देता है।

कनेक्टिंग ट्रेनें छूटने से यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

बदहाल सुविधाएँ:

टॉयलेट की स्थिति शर्मनाक — पानी नहीं, सीट टूटी हुई, खिड़की तक गायब।

डिब्बों का लंबे समय से मेंटेनेंस नहीं हुआ, गंदगी और दुर्गंध की स्थिति।

महिला यात्रियों और बच्चों के लिए हालात सबसे ज्यादा असुविधाजनक।

टूटी खिड़की से शौचालय के अंदर तक दिखता है।
पानी नही, जिससे लोग शौचालय का उपयोग भी नही कर पा रहे।

सुरक्षा पर भी सवाल

यात्रियों ने गंभीर आरोप लगाया है कि लोकल ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था नाम मात्र की भी नहीं है।

यात्रियों को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ती है।

न तो पर्याप्त सुरक्षा गार्ड रहते हैं और न ही निगरानी का कोई इंतजाम।

देर रात तक सफर करने वाले यात्री खासकर महिलाएँ और बुजुर्ग असुरक्षित महसूस करते हैं।

यात्रियों का गुस्सा और चेतावनी

यात्रियों ने रेलवे प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि:

लोकल ट्रेनों की समय सारिणी दुरुस्त नहीं की गई,

डिब्बों का मेंटेनेंस और सफाई सुधार नहीं हुई,

तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई,

तो जनता मजबूर होकर जनतांत्रिक आंदोलन का सहारा लेगी।

स्थानीय बनाम बाहरी यात्रियों का सवाल

श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि बाहर से आने वाले यात्रियों को प्राथमिकता दी जाती है, जबकि छत्तीसगढ़ की स्थानीय जनता की उपेक्षा की जा रही है।
“छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया” कहने के बावजूद, यहां की जनता को सबसे बुरे हालात झेलने पड़ रहे हैं।”

यात्री  से बातचीत-नवरात्रि के पर्व में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ी है। लोकल ट्रेनों की अव्यवस्था सरकार के पोल खोल रही है। शिकायत के बाद कुछ नही होता। – मोहम्मद अजहर खान(यात्री)

रेलवे की यह लापरवाही नवरात्रि जैसे पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को कष्टदायी बना रही है। यात्रियों का सवाल बिल्कुल सीधा है:
“क्या रेलवे प्रशासन हमारे परिवार की तरह खुद भी ऐसी यात्रा करना पसंद करेगा?”

जनहित में जारी।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

You cannot copy content of this page